वक़्त ही वक़्त कमबख्त ! हास्य कविता,व्यंग्य,शायरी व अन्य दिमागी खुराफतों का संकलन (Majaal)
वक़्त ही वक़्त कमबख्त है भाई, क्या कीजे गर न कीजे कविताई !
Tuesday, July 16, 2024
हास्य कविता - जन्मदिन की बधाई!
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हमने कहा उनसे, आई 16 जुलाई बधाई हो बधाई, तो बोले वो हमसे, काहे की बधाई? आई (मदर इन मराठी)16 जूं-लाई 16 से 100 हुए भाई, डैंड्रफ दियो बढ़ाई, ग...
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