वक़्त ही वक़्त कमबख्त है भाई, क्या कीजे गर न कीजे कविताई !
Tuesday, July 8, 2025
Marriage Anniversary Special - 'म-जारा'-ए-marriage (मजाल) (Chat-GPT के सौजन्य-ए-जुगलबंदी से !)
जो तेरे साथ पूरी जिंदगी का गुजारा हो जाए,
तो 'मजाल' कदाचित ऐसा म-जारा हो जाए,
की ए-क ए-क करके सारे सपने हो हकीकत,
रो-जाना nightmares का साक्षात नजारा हो जाए!
जो तेरे साथ पूरी ज़िंदगी का गुज़ारा हो जाए......❤️
सुबह उठते ही चाय मिले — पर गरम न हो,
न्यूज़पेपर से पहले तेरा मूड हरदम नरम न हो...
तो क्या कहें उस सना-तनी इत्तेफाक को,
जो म-जारा बन जाता हर इतवार को!
सपनों में जो कभी थे Maldives, Paris, Santo-rini,
अब हो चुके हैं पास — पर Google Street View में ही सही! 😅
कभी थे candle-light dinner के ख्वाब,
अब मिक्स वेज की सब्ज़ी और बच्चों के maths का जवाब! 😵♂️
रातों के वो रोमांटिक whispers जो दिल को बहकाते थे,
अब "तू गैस सिलेंडर भरवा ले" में बदल जाते हैं!
'मजाल' खुद को दे दिलासा, हरि-दय को यूं समझाते है,
की भाई - 'सच कहें तो यही असली प्यार का म-जारा है,
जहाँ हर झगड़ा भी एक किस्म का इशारा है,
कि “मैं नाराज़ हूँ” का मतलब — “बस गले लग जा यारा” है! ❤️
जो तेरे साथ पूरी ज़िंदगी का गुज़ारा हो जाए......❤️
तेरे साथ ज़िंदगी का सफ़र जब शुरू हुआ,
तो सोचा था — थोड़ा सा हसीन, थोड़ा सा 'चलो देखा जाएगा' types होगा।
पर जो हुआ… वो तो पूरा एक daily soap निकला,
जिसमें मैं ही हीरो भी, विलन भी… और victim और vin-dict भी! 😂
पर मानता हूँ, तेरी मुस्कान — हाँ - वही, जो selfie में कम आती है!
वो मेरे दिन के सबसे bright moments में से एक है।
fantasies चाहे आदतन दुनिया भर की पाले 'मजाल' मगर,
तुझसे जियादह किसी और को झेलना mandrick मायाजाल में भी fake है!
तो मेरी जान, मेरी वाइफ, मेरी WiFi की असली यूज़र,
Happy Anniversary —
तेरे साथ ये म-जारा, हर साल और शानदार होता जाए।
और जो तू अब तक समझ नहीं पाई मुझे,
तो कोई बात नहीं — इस बार हम 'ChatG-P-T' को भी अपनाए!
इस उम्मीद में की तेरा थोड़ा थोड़ा decode हो जाए!
और अपने सनातनी प्रेम मे यह - much needed upgrade हो जाए!!
तो इस सालगिरह पर, चलो फिर वो effect renew करते हैं,
थोड़ी चिकचिक, थोड़ी हंसी — को fantasies में पूरा करते हैं।
क्योंकि शादी नाम की ये जो जुगलबंदी है,
यही तो सबसे epic किस्म का म-जारा बंदी है!
जो तेरे साथ पूरी ज़िंदगी का गुज़ारा हो जाए......❤️
Labels:
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मजाल
Saturday, June 14, 2025
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Wednesday, June 4, 2025
'यदि' - Rudyard Kipling's Poem 'If" का हिन्दी भावार्थ !
सुनो में सुनिए और अपनी रचनाएं compose करें!!!
यदि रख सके तू होश, जब दे रहे सब दोष,
विश्वास धरे खुद पर, हो किसी के प्रति न रोष।
यदि सब तुझको झुठलाएँ, फिर भी रहे तू शांत,
रखे मान उनके संदेह का, रहकर सहज सभ्रांत।
यदि धर सके तू धैर्य, बिन किए उसका बखान,
अपने अंदर समेटे जो, है सनातनी आयाम!
यदि घृणा करे कोई तुझसे, पर तुझमें द्वेष न जागे,
न करे आडंबर कोई, न वाणी से ज्ञान बागे।
यदि सपने देख सके तू, पर बने न उनका दास,
विचार करे अवश्य, न करे पर वो तुझ पर राज!
यदि क्षण शगुन के आए, अथवा हो क्षण आलाप,
न अधिक विजय को तूल, न पराजय का संताप!
यदि जान सके वो सच तू, बस एक अटल जो यारा,
मा-या नगरी में जिसने, कितनों को है भर-माया ।
या देख सके सपने बिखरे - जिन पर जीवन था वारा,
और फिर जर्जर औज़ारों से, निर्माण करें दोबारा।
यदि सब-कुछ दांव लगाने का, रखता है तू बूता,
और खो कर सब फिर शांत ह्रदय से, बांधे फीता जूता!
यदि हृदय, स्नायु, और मन, जब तेरा साथ छोड़ जाए,
फिर भी एक इच्छा कहे,"थकना नहीं - बढ़ते जाएं।"
यदि शूरवीर रहे तू भीड़ में, पर धरे धर्म-अनुशासन,
और मिले सम्राटों से तू, रख कर खुद को साधारण ।
यदि न शत्रु तुझे छल सके, न प्रियजन से तू रूठा,
माने सबको तू अपना, पर विच्छेदों से न टूटा।
यदि हर क्षण को दे सके तू, गहन श्वासो की दौड़ ,
तो यह पूरी दुनिया तेरी, न किसी से तेरी होड़!
'मजाल' तत्व से अवगत, मेरे प्यारे 'तथागत',
अपने हाथ फैलाए दोनों, जीवन करता तेरा स्वागत..!
Tuesday, February 25, 2025
अपन इंदौरी मासिक पत्रिका के लिए लेख, लघु कथा और कविता आमंत्रित है !!!
श्रेणियाँ
1. लाइफ़स्टाइल'
2. मनोरंजन
3. यात्रा और साहसिक गतिविधियाँ
4. व्यवसाय और वित्त
5. प्रौद्योगिकी और नवाचार
6. कला और संस्कृति
7. शिक्षा और सीखना
8. समाज और राजनीति
9. खेल और फिटनेस
10. विज्ञान और प्रकृति
दिशानिर्देश
1. रचना मौलिक होनी चाहिए।
2. किसी भी तरह की विवादित टिप्पणी नहीं होनी चाहिए।
3. लेख किसी भी समाज, जाति, धर्म या वर्ग की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहिए।
4. लेख के साथ परिचय, फोटो और अनुमति पत्र भेजना आवश्यक है।
5. चयनित लेखकों को प्रति शब्द 1 रुपये के हिसाब से भुगतान किया जाएगा।
6. लेख creativeurja@gmail.com पर भेजे जा सकते हैं।
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