किसी ने तेरा बुरा भला कब किया ?
किया खुदी का अपना, तूने जब किया !
बस थोड़े से में सीखी पूरी जिंदगी,
पूरा किया पर उसे, जो भी जब किया !
जो टालते गए, वो टालते गए,
उसी ने किया, जिसने अब किया !
हसीं, प्यार, रश्क, अश्क एक में,
या खुदा ! ये तूने क्या गज़ब किया !
हमको तो कभी मिला जवाब ना,
ताउम्र जिंदगी से है तलब किया !
'मजाल' हँसने की वजह कोई नहीं,
पर रोने का भी बताएँ, सबब किया ?!
7 comments:
किसी ने तेरा बुरा भला कब किया ?
किया खुदी का अपना, तूने जब किया
बिलकुल सही कहा है ..सब अपने की कर्मों का भोग करते हैं
दीपावली की शुभकामनाएं
jai ho.......
"मजाल' हँसने की वजह कोई नहीं,
पर रोने का भी बताएँ, सबब किया ?"
हँसी बड़ी चीज है भाई, हँस तो लें कम से कम, हा हा हा।
आप सभी का ब्लॉग पर आने के लिए शुक्रिया ...
अपनी पसंद ...
बस थोड़े से में सीखी पूरी जिंदगी,
पूरा किया पर उसे, जो भी जब किया !
लो जी जो मै कहना चाहती थी वो संजय जी ने पहले ही कह दिया है तो उनकी ही टिप्पणी मेरी भी मानी जाये |
आज की मेरी टिप्पणी सिर्फ आपको व आपके परिवार को दीपावली की शुभकामनायें देने के लिए है. मेरी तरफ से ये दिवाली आपको मंगलमय हो.
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