!
ओं !
सुनो !
मजाल !
इसी तरह से,
बीच बीच में एंटर,
मार कर बन जाता है,
गद्य लेखन पद्य और फिर,
वो मुझे प्यार से कहती है की देखो,
ये है मेरी आधुनिक कविता !
ऊपर से नीचे तक देखता हूँ,
पढ़ता हुआ उसे, मगर,
समझ नहीं पाता ,
तो कह देता हूँ,
डिजाईन ,
अच्छा,
है !
!
17 comments:
waakai mein sir design acha hai
haha hahaha
achha hai mazaal saab ..design wakai achha hai
बस हमारा भी यही कहना है कि डिजाइन अच्छा है। यही है आधुनिक कविता।
स्वेटर की डिज़ाइन तो सुना-देखा था,आज कविता की डिज़ाइन देखकर और पढ़कर धन्य हुआ।
ओह ! कविता है कि कविता-चित्र
वाह ..बहुत डिजाइनर कविता है ...
वाह! क्या बात है!
आधुनिक कविता क्या बात है
सही जगह इंटर मारा है, वाकई डिजाईन अच्छा है | ओह तो ये आप को भी लगता है मुझे लगा की मुझे ही कविता की समझ नहीं है और गद्य पद्य का अंतर नहीं करपाती हु |
बिल्कुल सही .....विशुद्ध हास्य
सही मे डिजाईन अच्छा है।
मुझे तो ये डिजाइन किसी पेटू आदमी का अहसास करा रहा है ! अच्छा है :)
वाक्यी डिज़ाइन अच्छा है ! गुड !
डिज़ाईन शानदार है, बधाई स्वीकारो!!
वाकई ये डिज़ाईन भी बहुत अच्छा है। क्या उसकी नकल है? अच्छी रचना के लिये बधाई।
achchhi design hai.........:)
isliye follow kar raha hoon.........sayad kuchh design bha jaye...........
समझ नहीं पाता ,
तो कह देता हूँ,
डिजाईन ,
अच्छा,
है !
बहुत खूब
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